कुछ जरूरी बातें !
- यह लेख युवाल नोआ हरारी की बुक सेपियंस का summary है।
- Yuval noah harari इजरायली इतिहासकार और प्रोफेसर हैं, Hebrew University of Jerusalem में
- इस book summary मे किताब की महत्त्वपूर्ण बातों के साथ कुछ बातें मेरा भी शामिल हैं, ऐसा आसान बनाने के लिए किया गया है।
- यह किताब हिन्दी अनुवाद मे 453 पृष्ठों की है, इसलिए summary भी कुछ बड़ा है कृपया पुरा पढ़ें।
- इस किताब को वैज्ञानिक तथ्यों और ऐतिहासिक घटनाओं के आधार पर लिखा गया है, इसलिए धर्म की कुछ आलोचनाएं भी शामिल हैं।
- हमारे धर्म या विचार चाहें जो भी हो, लेकिन लेखक ने जिस तथ्य और आधार के साथ इस किताब को लिखा है वो अति महत्त्वपूर्ण है, इसलिए हमे इस किताब को जरूर पढ़ना चाहिए। ताकि हम ये समझ सकें कि लेखक और उनके जैसे लोग कैसे सोचते हैं।
- इस किताब मे धर्म की आलोचनाओं से ज़्यादा पृथ्वी, जीवों, राजनीति, और मनुष्यों का इतिहास है।
- पुरा किताब क्रमबद्ध कहानी के साथ पृथ्वी, मनुष्य और जीवों आदि कि कहानी कहती हैं।
Summary:-
लगभग 14 अरब वर्ष पहले पदार्थ, उर्जा, देश और काल उस घटना की वजह से अस्तित्व में आए थे, जिसे 'बिग बैंग' के नाम से जाना जाता है। हमारे विश्व के इन बुनियादी लक्षणों की कहानी को भौतिकीशास्त्र कहा जाता है। पदार्थ और ऊर्जा अपने प्रकट होने के लगभग 300,000 साल बाद एटम नामक जटिल संरचनाओं मे संयुक्त होने लगे और इसके बाद ये एटम अणुओं (molecules) मे संयुक्त हो गए एटमों, अणुओं और उनकी परस्पर क्रिया की इस कहानी को रसायनशास्त्र कहा जाता है। लगभग अरबों वर्ष पहले पृथ्वी नामक ग्रह पर कुछ खास अणुओं ने मिलकर जीवन नामक विशेष रूप से बड़ी और पेचीदा संरचनाओं को निर्मित किया। जीवों की इस कहानी को जीव विज्ञान के नाम से जाना जाता है। लगभग 70,000 साल पहले होमो सेपियंस से संबंधित जीवों ने इससे भी ज्यादा विस्तृत संरचनाओं को रूप देना शुरू किया, जिन्हें संस्कृति के नाम से जाना जाता है। इन मानवीय संस्कृतियों के उत्तरवर्ती विकास को इतिहास कहा जाता है। इतिहास की प्रक्रिया को तीन महत्वपूर्ण क्रांतियों ने आकार दिया। संज्ञानात्मक क्रांति (cognitive revolution) ने लगभग 70,000 साल पहले इतिहास को क्रियाशील किया। कृषि क्रांति (Agricultural revolution) ने 12,000 साल पहले इसे तीव्र गति दी। वैज्ञानिक क्रांति (scientific revolution) जो सिर्फ 500 साल पहले शुरू हुई थी, शायद इतिहास को खत्म कर सकती है और किसी पुरी तरह भिन्न चीज की शुरुआत कर सकती है। इन तीन क्रांतियों ने मनुष्य और उनके सहचर जीवों को किस तरह प्रभावित किया यह पुस्तक इसी का किस्सा कहती हैं।
मनुष्यों का पहला विकास लगभग 25 लाख साल पहले पूर्वी अफ्रीका के एक आरम्भिक जीनस Australopithicus यानी Ape से हुआ, होमो सेपियंस इंसानों की एकमात्र प्रजाति नही थे, इंसानों की अलग-अलग कई प्रजातियां एक साथ दुनिया के कई जगहों पर evolve हुए थे, जैसे कि Homo Neanderthals जो यूरोप के ठंडी जगहो पर रहते थे, homo erectus जो एशिया के अधिकांश क्षेत्रों मे रहते थे, और homo soloensis जो इंडोनेशिया के जावा द्वीप मे रहते थे, जो उष्णकटिबंधीय जीवन के अनुकूल थी, एक और अन्य इंडोनेशियाई द्वीप फ्लोरेस मे बौने कद का प्रजाति homo floresiensis रहते थे, बाकी ऐसे ही humans की कई प्रजातियां दुनिया के अलग-अलग हिस्सों मे रहते थे। लेकिन आज मनुष्य की सिर्फ एकमात्र प्रजाति होमो सेपियंस ही दुनिया की सबसे Dominant Spices बन गई है, हमारे Dominance की शुरुआत हुई, cognitive revolution (संज्ञानात्मक क्रांति) से।
होमो सेपियंस जोकि इस्ट अफ्रीका में रहते थे, खाना और आश्रय की तलाश मे उनको लगातार शिकार करना पड़ता था, शुरूआती दौर में होमो सेपियंस खाद्य श्रृंखला का सिर्फ एक हिस्सा थे, वो अपने से कमजोर जानवरों का शिकार करते थे। शेर, बाघ और सार्क जैसे बड़े जानवर खाद्य श्रृंखला के बादशाह थे, लेकिन "आग की खोज" ने ईस परिस्थिति को बदल दिया, आग की आविष्कार से पहले होमो सेपियंस शिकार करके कच्चा खाते थे, जिसे खाने और पचाने दोनो में समय ज्यादा लगता था, इससे उनके दांत बड़े होते थे, और digestive intestines का समय भी बडा होता था, लेकिन उनके दिमाग का साईज छोटा होता था।
आग की खोज के बाद होमो सेपियंस पका कर खाने लगे, जिसे खाने और पचाने दोनो मे समय कम लगता है, ईससे सेपियंस का evolution ऐसा हुआ कि उनके दांत का साइज और digestive intestines का समय छोटे होने लगे, और उनके दिमाग का साइज बड़ा होने लगा, ब्रेन का साईज बड़ा होने से, उनके सोचने की क्षमता भी बढ़ने लगी, उन्होंने अपनी सोच की मदद से आपस मे comparate करने के लिए Sign Language की डिस्कवरी करी। वो तरह-तरह की आवाजें, इसारों, और संकेतों से बात करना समझ लिया। साथ मे ही वो अपने से बड़े जानवरों को मारने के लिए कई तरह के Innovative Tools का आविष्कार किया। अपनी social avavility, तेज दिमाग और sign language की मदद से सेपियंस आपस मे comparate करने लगे, और वों अपने से ज्यादा बड़े जानवरों को भी मारने लगा, cognitive revolution ने सेपियंस को खाद्य श्रृंखला का बादशाह बना दिया।
जब सेपियंस दुसरे मनुष्यों के संपर्क मे आए तो scientist के हिसाब से दो ही चीजें हुईं हो सकती है, पहला interbreeding theory सेपियंस ने उन प्रजातियों के साथ interbreed किया यानी रिलेशन बनाए हो सकते हैं, या दुसरा extinction theory सेपियंस ने बाकी जानवरों की तरह उनको भी मार गिराए हो सकता हैं, इनमें से जो भी सच हो, आज मनुष्य की सिर्फ एकमात्र प्रजाति बची है, वो है सेपियंस यानी हम। बढ़ती आबादी, खाने की तलाश, और आग की खोज ने सेपियंस को ठंडे ईलाको मे migrant करने पर मजबूर किया, वो यूरोप और रशिया के ठंडे इलाकों मे migrant करनें लगे, यूरोप और रशिया के ठंडे इलाकों मे रहने वाले मैमथ (हाथी) होमो सेपियंस के पहुंचने के तुरंत बाद ही विलुप्त हो गई, ईन बड़े बड़े जानवरो के विलुप्त होने का कारण यह था, कि ईनके पैदा होने और बड़े होने मे काफ़ी समय लगते थे, अगर सेपियंस हफ्ते में एक मैमथ का भी शिकार करता तो ये मैमथ कुछ सालों मे विलुप्त हो जाती। सेपियंस रशिया के साइबेरिया क्षेत्र से चलते हुए अमेरिका के अलास्का क्षेत्र तक पहुंचे, फिर गर्मी के दिनों मे ग्लेशियर पिघलने के बाद वो नोर्थ अमेरिका से दक्षिण अमेरिका पहुंचे। सेपियंस जहा भी गये वहा के बड़े जानवर विलुप्त होता गया। जैसे, सेपियंस इंडोनेशिया से होते हुए नाव से आस्ट्रेलिया पहुंचे थें, तो कुछ ही समय बाद वहा के बड़े जानवर जैसे, diprotodon, marsupial lion, Glyptodon, eliphant bird आदि जैसे जानवर खत्म हो गए।
Cognitive revolution के बाद जो Next बड़ा Transformation सेपियंस के जीवन मे आए, वह था "Agricultural revolution" खेती की शूरुआत लगभग एक ही समय में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों मे शुरू हुआ था, तुर्की के पास गेहूं, चावल और बाजरा उगाए जाने लगे, नोर्थ अमेरिका मे मकई, फलियां और साउथ अमेरिका मे आलू उगाया जाने लगा, अफ्रीका में बाजरा और चीन मे चावल, बाजरा, उगाया जाने लगा, ईन जगहों पर फार्मींग की शुरुआत इसलिए हुआ क्योंकि यहा फार्मींग के लिए जो जानवर चाहिए होती है वो उपलब्ध थी। जैसे ऊट, गाय, बैल, बकरी आदि।
कृषि क्रांति के लगभग दो हजार साल बाद, सेपियंस प्रजाति के ज्यादातर लोग शिकार को छोड़कर फार्मिंग करने लग गए थे, फार्मिंग मे समय और मेहनत ज्यादा लगती थी। इसलिए सेपियंस समूहों मे एक जगह बसने लगे, पहले जब सेपियंस शिकार किया करते थे, तो वह खानाबदोश की तरह यहां वहां घुमते रहते थे, कोई स्थायी निवास नही हुआ करता था, इसलिए ज़्यादा बच्चें पैदा करना और पालना उनके लिए कठिन था, लेकिन जब सेपियंस फार्मिंग करने लगे और समूहों में रहने लगे तो उनके लिए ज्यादा बच्चें पैदा करना आसान हुआ, साथ ही खेती से प्रर्याप्त भोजन भी उपलब्ध हो जाता था। लेकिन कृषि क्रांति ने व्यक्तिगत होमो सेपियंस की जीवन को बेहतर बनाने की जगह और ज्यादा कठिन, venerable और निर्भर बना दिया।
कृषि क्रांति से पहले सेपियंस को meat fruits और कुछ nuts खाकर वो सारे nutritions मिल जाते थे, जो जीवित रहने के लिए आवश्यक थे। लेकिन कृषि क्रांति के बाद सेपियंस सिर्फ कुछ Crops और fruits पर आश्रित रहने लगे, इसलिए उनको सारे nutritions नही मिल पाते थे, जहा पहले शिकार करने के लिए उनको हफ्ते में 30 घंटे काम करना पड़ता था वही फार्मिंग करने के लिए हफ्ते मे 60 से अधिक घंटे काम करने होते थे। पहले उनको जलवायु से कोई फर्क नही पड़ता था, लेकिन अब वो जलवायु पर आश्रित हो गए थे, साथ ही उनकी आहार कमजोर होने और जानवरों के सम्पर्क मे आने से उनके बीच बीमारियां फैलने लगी थी, ईतने नुकसान होने के वावजूद भी सेपियंस कृषि छोड़कर वापस शिकार की तरफ नही जा पाए, क्योंकि शिकार से खेती तक का सफर ईतना क्रमिक था कि ईनको कई साल लग चुके थे, उनको शायद याद ही नही रहा कि कभी वो भिन्न तरीके से जीवन यापन किया करते थे, अब सेपियंस फसलें उगाने की योजनाएं बनाने लगे, फिर भी अगर फसल अच्छा नही हुआ तो 'क्या' उनको टेंशन सताने लगी। कृषि क्रांति के बाद जनसंख्या वृद्धि से सेपियंस को विकासवादी सफलता तो मिली लेकिन व्यक्तिगत तौर पर उनको suffer ही करना पड़ा।
Agricultural Revolution से पहले सेपियंस के समूह छोटे होते थे, इसलिए उन्हें आपस में comparate करना आसान होता था, लेकिन कृषि क्रांति के बाद उनकी जनसंख्या बढ़ गई थी, समाज जटिल होने लगा था, जिसे Comparable बनानें के लिए सेपियंस ने imagine reality, imagine myth का आविष्कार किया, यानी ऐसे चीजों को follow करना, जो exist ही नही करती। जैसे पैसा, धर्म, शक्तिमान देवता, आदि। ये सभी एक कहानी के रूप थी, इसलिए सेपियंस को ईसपर विश्वास करना जाहिर सा लगने लगा । चूंकि आपस मे कोपरेट करने का यही एक बेहतर माध्यम था, अब होमो सेपियंस Dual Reality मे रहने लगे, जैसे, physical Reality
- Nature
- River
- Trees
- Animals
और Imagined reality
- Religion
- God
- Nation
- Laws
होमो सेपियंस imagined reality को physical reality से ज्यादा preference देने लगे।
सेपियंस के लगातार बढ़ते रहने यानी 'जनसंख्या वृद्धि' और उनके settle होते रहने से समाज मे अलग-अलग बदलाव आने लगे थे, उनके बीच संम्पति को लेकर लड़ाइयां होने लगी थी, इसलिए आर्मी का गठन शुरू हुआ। आर्मी संचालन के लिए जो उनका हेड बना, वह कोई राजा, बादशाह या मुखिया कहा जाने लगा, क्योंकि आर्मी सिर्फ लड़ने की तैयारियां या समाज को व्यवस्थित करते थे, उनके संचालन के लिए टैक्स कलेक्शन का सिस्टम लाया गया। क्योंकि पोपुलेशन ज्यादा थी administration के लिए laws बनाया गया, और ये laws समय के साथ बढते गए, Administration और गहरा होता गया, जिससे समाज मे एक hararchy develop हुआ।
मनुष्यों का एकीकरण
जैसे जैसे socity बढने लगी उनके imagine myth भी बढ़ने लगे, छोटी संस्कृति धीरे धीरे बड़ी संस्कृति बन गई,और उस बड़ी संस्कृति को sustaine करने के लिए empires बनने लगे ,अब बड़े empires को बनाने के लिए ऐसे माध्यम की जरूरत थी, जो अलग-अलग सेपियंस के समूहों को एकजुट कर सके। ऐसे कई माध्यम है जो आज भी अलग-अलग होमो सेपियंस यानी मनुष्यों को एकजुट करते हैं। जैसे, पैसा, राजनीति और धर्म
पैसा...
हम चाहे किसी भी धर्म के हो लेकिन पैसे के लिए एकजुटता हम सब में है, पैसा सभी को चाहिए, हम रोज सुबह पाकिस्तानियों को मिटा देना चाहते हैं, लेकिन कोई ऐसा व्यापारिक सौदा हमारे सामने आ जाए जहा पाकिस्तानी रुपए मे लेन-देन करना पड़े तो हम अपने लाभ के लिए ये सौदा जरूर करते हैं। और ऐसा ही एक कट्टर भारत-विरोधी पाकिस्तानी भी करता हैं। ऐसा क्यों? क्योंकि हम पैसे में साझा विश्वास करते हैं। शुरूआत में trade करने के लिए barter system था, जैसे एक व्यक्ति अगर सेब उगाता है और दुसरा व्यक्ति बकरियां पालता है, तो वो दोनों आपस मे exchange करके अपनी जरूरतें पुरी करते थे, लेकिन समाज बड़ा होने के कारण और जरूरतें भिन्न होने की वजह से ये दिक्कत भरा था, इसलिए money का आविष्कार हुआ, शूरु के कुछ संस्कृतियों मे लोग 'जौ' को पैसे रुप मे लेन-देन शुरू किया, बाद मे कौड़ियों से लेन-देन करने लगे, उसके बाद लेखपत्र (IOU) उसके बाद सोने-चांदी जैसे किमती समान, फिर coin जिस पर administrator का sign हुआ करत था, अब पैसो पर सरकार द्वारा वैध किसी अधिकारी का हस्ताक्षर और मुहर होता है।
राजनीति...
Empires, राजा, बादशाह, शासकों और उसकी आर्मी ने बहुत सालो तक छोटे छोटे दुसरे संस्कृतियों और विश्वासों को मानने वालों पर राज किया, और उन्हें सामान्य कानून मानने पर मजबूर किया, छोटे-छोटे संस्कृतियों को खत्म करके एक राजा, एक बादशाह या शासकों ने बड़े बड़े सामान्य संस्कृतियों का विकास किया, कई जेनेरेशन बाद उन छोटी संस्कृति वाले लोगों को यह याद भी नही रहा कि उनका मूल संस्कृति किया था, या तो वो शासकों के संस्कृति को अपना चुके थे या वो अपना मूल संस्कृति भूल चुके थे, कई जेनेरेशन बाद राजा का force किया हुआ, या अपनाया हुआ संस्कृति ही follow करने लगे। जैसे, भारत में कई सालों तक ब्रिटिशर्स ने राज किया, उन्होंने अपने laws, system, lauguage को जबरदस्ती भारतीयों पड़ लागू किया, ब्रिटिशर्स चले गए लेकिन आज भी भारतीय उनके Language English का उपयोग करते हैं,और उनके दिए हुए administration को follow करते हैं। ऐसे ही Roman Empire, Mangol Empire, Ottoman Empire, और Mugal Empire, ने किया।
धर्म...
Agricultural Revolution के बाद जब मनुष्य settle हो गए थे, वो अपने survival के लिए climate पर निर्भर थे, इसलिए जब भी कोई बीमारी या आपदा उनके बीच आती, उससे बचने के लिए मनुष्यों ने अपने imagine god का आविष्कार किया था, ये Gods शुरू मे स्थानीय हुआ करते थे, जैसे कि rain god, fertility god, sun god आदि। समाज का संरचना जटिल होते-होते ईन God's की संख्या बढ़ती गई, और समाज मे polytheism यानी believe in many gods आ गया। monotheism यानी believe in one god ये polytheism से ही आया।
Judaism, Christianity और Islam ये तीनों ही monotheistic religion है। 5th century के आसपास ऐसे religions का भी आविष्कार हुआ, जो gods से ज्यादा natural laws पर यकीन रखते थे। जैसे, budhism आदि।
अब सवाल ये उठता है कि धर्म सिर्फ एक imagine reality, imagine myth है, तो लोग उस पर यकीन क्यो रखते हैं, ईसके दो कारण है। पहला ईनकी authority human से नही, बल्कि super human, Supreme Being से derive की जाती है। और दुसरा human को आपस मे कोपरेट करने के लिए, ईसमे believe करना आसान लगता है। आज के ग्लोबल वर्ल्ड में धर्म तो नही, लेकिन Ideology कई सारी बन गई है, जोकि मनुष्यों को एक साथ कोपरेट करने मे मदद करती है, जैसे Capitalism, Communism, Nationalism, Socialism आदि।
वैज्ञानिक क्रांति
बहुत सालो तक मनुष्य बस यही सोचते रहे कि जो धर्म मे है वही सच है और ज़्यादा जानने की जरूरत नही है, लेकिन सोलहवीं सत्रहवीं शताब्दी मे ये सब बदल गया, यूरोप scientific revolution का केन्द्र बना, ईसके दो कारण हैं यूरोपियन ने accept किया कि मनुष्य सब कुछ नही जानते इसलिए उन्हें और खोज करने की जरूरत है, इसलिए वहा के Capitalist उन अनुसंधानों को sponsor करने लगे, जो नया जानने और नया खोजने में लगे थे, रिसर्च करने का सरल तरीका अपनाया गया, पहले अवलोकन इकट्ठा करना, फिर उसके बाद उस अवलोकन को शामिल करके निष्कर्ष और समीकरण बनाना। ईसी तरीका को उपयोग करके 17वी सदी मे न्यूटन ने laws of motion दिया। जो चीजें exact पता नही लगाया जा सकता उसे proveility के form मे express किया जाने लगा।
यूरोप की नया जानने कि चाहत ईतनी तेज थी कि वहा के विक्रेताओं ने sponsor खोजना शुरू किया। Columbus जो कि एक मामूली विक्रेता था उसने नये continent की तलाश मे कई शासकों से पैसे की गुहार लगाई। अंत मे Spain के शासक ने उनके ईस expectation को फंड करने के लिए मान गया, Columbus ने अपने expectation मे अमेरिका की खोज की, और वहा से लाए हुए Raw materials को यूज करके स्पेन एक बहुत अमीर राज्य बन गया। उसका expectation ईतना हीट हुआ की किंग्स के साथ साथ आम आदमी भी इसमें हिस्सा लेने लगे ईन्ही expectation की वजह से यूरोपिन धरती का बादशाह बन गये। ऐसा नही था कि चाइना और एशिया के शासकों के पास ऐसे expectation करने के लिए, पैसे या technology नही थे, बल्कि वो ऐसी चीजों मे interested ही नही थे, उनको यूरोपियन की तरह बाहर जाने और ज़्यादा जानने मे रुचि नही थी। इसलिए चाइनीज और एशियन पीछे रहे गया।
Industrial revolution
Industrial revolution से पहले इंसान अपनी एनर्जी की जरूरतों के लिए लकड़ियां जलाया करते थे, कुछ समय बाद कोयला जला कर एनर्जी उत्पादन करने लगे, महत्वपूर्ण बदलाव तब आया जब स्टीम इंजन का आविष्कार हुआ। स्टीम इंजन के बाद हीट एनर्जी को motion मे कन्वर्ट किया जाने लगा, ईस टेक्नोलॉजी को यूज करके Good's का Machenised उत्पादन होने लगा, आज की सोसायटी जिसमें हम जीते हैं, ईसका टाइम टेबल industrial revolution ने ही सेट किया है।
इंडस्ट्रियल रेवलेशन मे बहुत सारी फैक्ट्रियां लगने लगी और ईसमे बहुत सारे लाखो लोग काम करने लगे 9 To 5 JOB इंडस्ट्रियल रेवलेशन का ही देन है। लाखो लोगो को JOB तक पहुंचाने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट बनने लग गये। उत्पादन और व्यापार मे uniformity लाने के लिए National Time बनाया गया। इंडस्ट्रियल रेवलेशन मे Good's की उत्पादन बढने से एक नई समस्या सामने आने लगी, वो नई समस्या ये थी कि ईतने सारे Good's को खरीदेगा कौन, ज्यादातर लोग फैक्ट्री मे मजदूर थे, जिसकी आमदनी कम थी, इंसानों ने इस समस्या से उबरने के लिए एक और imagine reality का आविष्कार किया वह था 'क्रेडिट'
लोगों को उधार दिया जाने लगा मतलब आज भले आपके पास पैसा नही है, लेकिन भविष्य मे आप उसे चुका सकते हैं, क्रेडिट के बाद consumerism का एक और philosophy आया, मार्केटिंग कैंपेन होने लगे, फैशन के नाम पर लोगों की psychology को modify किया गया। पहले जमाने के joined family structure जो consumerism के सामने एक रोड़ा थे, क्योंकि joined family में रहने वाले लोग आपस मे चीजें शेयर करते हैं और साथ मे कोई नई चीज लेने से पहले वों एक दूसरे की opinion को ध्यान मे रखते हैं, जिस कारण कोई नई चीज खरीदने की संभावना कम होती है। joined family के ईस structure को तोड़ने की जिम्मेदारी State यानी government ने ली, पहले जहा Community इंसानों की स्वास्थ्य, सुरक्षा और शिक्षा का ध्यान रखती थी, अब ईसे राज्य ने ले ली, Government ने एजुकेशन के लिए पब्लिक स्कूल बनाए, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और पब्लिक अस्पताल बनाए, सुरक्षा के लिए पुलिस बनाई। उसके बाद यह आसान हो गया की लोग अपनी joined family से दूर कही भी जाकर servive कर सकते हैं। ऐसे मे एकल परिवार का अस्तित्व सामने आया, जिनकी जरूरतें ज़्यादा थी लोग ज्यादा सामान खरीदने लगे।
1. ड्रीम पार्टनर से शादी करें
2. बस अभी चाहिए
3. दुनिया को खोजों
जैसे कैंपेन लोगों की psychology को हमेशा चेंज करते रहे और उनके joined family से दूर करते रहे।
Happyness:
पहले और अभी क्या हम इंसान अभी खुश हैं? हमारा Basic Nature एक Hunter और Gatherer वाला ही है, हम अपने बेसिक नेचर के अगेंस्ट एक सिस्टम्स मे बंध गये है, अभी तक हमारा evolution एक नेचुरल तरीके से हुआ है, पर भविष्य में आने वाली टेक्नोलॉजी जैसे,
- Genetics Engeneering
- Nano Technology
- Bionic Organs
- Dna Modification
ये सारे concept हमारे evolution के प्रक्रिया को बदल सकते हैं, ये humans को super humans बना सकते हैं, लेकिन फिर वही सवाल, क्या ये टेक्नोलॉजी और हमारे संसाधन हम इंसानों को खुशी देगी?
धन्यवाद
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